Tuesday, April 28, 2009
नौकरी और कारोबार पर शनि का प्रभाव
9 सितम्बर 2009 के उपरांत शनि साढे़साती का फल विचार
वर्ष 2009 में 16 सितम्बर को शनि कन्या राशि में तथा उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में भ्रमण करेंगे तथा पूरे साल कन्या राशि में ही रहेंगे। लगभग साढ़े तीन माह में विभिन्न राशियों पर पड़ने वाले गोचर के प्रभाव को यहां उल्लेखित किया जा रहा है।
मेष: मेष राशि के जातकों के लिए शनि छठे भाव में आए हैं। शत्रु , बीमारी तथा कर्जे से मुक्ति मिलेगी। वैवाहिक जीवन का आनंद उठाएंगे तथा धन प्राप्ति के योग बनेंगे।
वृष: शनि पंचम भाव में विचरण करेंगे। विवादों एवं झूठे प्रत्यारोप धन हानि की ओर संकेत देते हैं। मानसिक तनाव के साथ-साथ संतान से मतभेद की स्थिति आ सकती है।
मिथुन: शनि की लघु कल्याणी ढैया चलेगी। पारिवारिक विवादों असंतुष्टि आर्थिक हानि के साथ-साथ खर्चों में वृद्धि से परेशानी बनेगी। विवाद तथा खिन्नता रहेगी।
कर्क: तृतीय भाव में शनि सफलता , आनंद , उत्सव , नौकरी अथवा व्यापार में उन्नति के साथ-साथ धन लाभ के योग बनेंगे। शत्रुओं की पराजय के साथ-साथ सम्मान के पात्र भी बनेंगे।
सिंह: स्वास्थ्य में कमी , धन हानि विवादों तथा अनावश्यक खर्चों से परेशानी का अनुभव होगा। मानसिक अशांति , पत्नी के स्वास्थ्य में गिरावट , शत्रु बाधा से परेशानी अनुभव करेंगे। शनि साढ़ेसाती की अंतिम ढैया से भी परेशानी एवं धन हानि के योग बनेंगे।
कन्या: शनि साढ़ेसाती मध्य में रहेगी। पारिवारिक सदस्यों के स्वास्थ्य में कमी के कारण परेशानी होगी। शत्रुओं से भय प्राप्त , सम्मान हानि के योग बनेंगे। प्रयासों में असफलता तथा खर्चों में बढ़ोत्तरी के कारण परेशान रहेंगे।
तुला: शनि साढ़ेसाती की प्रथम ढैया रहेगी। दुर्घटना से खतरा रहेगा। परिवार में विवाद तथा कानूनी विवाद उत्पन्न हो सकते हैं।
वृश्चिक: धन लाभ के साथ-साथ स्थाई सम्पत्ति का लाभ प्राप्त होने के योग बनेंगे। सम्मान उन्नति के अवसर प्राप्त होंगे और पारिवारिक प्रसन्नता रहेगी।
धनु: बीमारी तथा परिवार में अशान्ति बनने से खिन्नता रहेगी। धन हानि के संकेत भी हैं। विवादों से बचें। सम्मान में कमी का अनुभव करेंगे।
मकर: आय में कमी तथा शत्रु बाधा से परेशानी होगी। प्रयासों में असफलता से खिन्नता का अनुभव करेंगे। विवादों तथा झगड़े झंझटों से बचना बेहतर रहेगा।
कुंभ : परिवार में विवाद , स्वास्थ्य में गिरावट , पत्नी को कष्ट रिश्तेदारों से अनबन तथा निन्दा के पात्र बनेंगे। असफलता के कारण खिन्नता , शत्रुओं द्वारा नुकसान की संभावना रहेगी। शनि की अष्टम लघु कल्याणी ढैया बड़ी परेशानी का कारण बन सकती है।
मीन: परिवार में अलगाव खर्च में बढ़ोतरी से परेशानी , स्वास्थ्य में कमी तथा सदूर कष्टदायी यात्रा का योग है। पत्नी का स्वास्थ्य भी प्रभावित हो सकता है।
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