विश्वभर के शेयर बाजारों से गिरावट के समाचारों के बीच चौतरफा बिकवाली दबाव में बम्बई शेयर बाजार (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) को मंगलवार को लगातार पाँचवें कारोबारी दिवस में जोरदार झटका लगा।
बीएसई सेंसेक्स 13 कारोबारी दिवसों के बाद फिर 9 हजार अंक से नीचे आ गया। एनएसई निफ्टी ने 116 अंक की डुबकी लगाई। अमेरिका के शेयर बाजार में सोमवार की गिरावट का सिलसिला बना रहने से आज एशियाई बाजार भी लुढ़के और यहाँ भी ऑक्सीजन नहीं मिल सकी।
कारोबार की शुरुआत से ही बिकवाली के दबाव में रहे शेयर बाजार अंत तक इससे उबर नहीं पाए। सेंसेक्स सोमवार के 9291.01 अंक की तुलना में 9084.12 अंक पर नीचा खुला और उठापटक वाले कारोबार में ऊपर 9169.05 अंक तथा नीचे में 8871.71 अंक तक लुढ़का तथा समाप्ति पर इसके मुकाबले मामूली सुधरने के बावजूद कुल 353.81 अंक अर्थात 3.81 प्रतिशत के नुकसान से 8937.20 अंक रह गया।
तेरह कारोबारी दिवसों अर्थात 27 अक्टूबर के बाद सेंसेक्स फिर 9 हजार अंक से नीचे आया। 27 अक्टूबर को सेंसेक्स 8509.50 अंक पर बंद हुआ था।
एनएसई निफ्टी की चाल सेंसेक्स से थोड़ी हटकर रही। कारोबार की शुरुआत में निफ्टी सोमवार के 2799.55 अंक के मुकाबले 2802.45 अंक पर खुला और इससे ऊपर नहीं उठ पाया। नीचे में 2664.30 अंक तक गिरने के बाद समाप्ति पर कुल 116.40 अंक अर्थात 4.16 प्रतिशत की गिरावट से 2683.15 अंक रह गया। निफ्टी का यह स्तर 29 अक्टूबर के 2697.05 के बाद का निम्नतम है।
दोनों ही शेयर बाजारों में ताबड़तोड़ बिकवाली देखी गई और इनके किसी भी वर्ग के सूचकांक इससे बच नहीं सके। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप को क्रमश: 2.33 तथा 2.81 प्रतिशत का झटका रहा।
आईटी, मैटल, पीएसयू, बैंकेक्स, पावर और टेक वर्गों के सूचकांक में चार प्रतिशत से अधिक की गिरावट दर्ज की गई। एनएसई मिडकैप 2.56 प्रतिशत और जूनियर 3.09 प्रतिशत नीचे आए।
एशियाई बाजारों में चीन के शंघाई कम्पोजिट ने 6.3 प्रतिशत की डुबकी लगाई। हांगकांग का हैंगसैंग साढे़ चार प्रतिशत और जापान का निक्केई 2.3 प्रतिशत टूटे। यूरोप के शेयर बाजार भी कमजोर खुले हैं और ऑस्ट्रेलिया में 3.6 प्रतिशत का नुकसान हुआ है।
बीएसई का हाल यह था कि 2566 कंपनियों के शेयरों में कामकाज हुआ और इसमें से 71.24 प्रतिशत अर्थात 1828 के शेयर टूटे, जबकि 25.88 प्रतिशत अथवा 664 में सुधार और 74 में स्थिरता थी। सेंसेक्स की तीस कंपनियों में केवल एक कंपनी रैनबैक्सी लैबोरेटरीज का शेयर फायदे में रहा। इसमें 212.45 रुपए पर आधा प्रतिशत अर्थात 1.05 रुपए का सुधार हुआ।
नुकसान वाली उन्तीस कंपनियों के शेयर में आई वर्ग की तीसरी बड़ी विप्रो लिमिटेड के शेयर को प्रतिशत के लिहाज से सबसे अधिक 8.77 प्रतिशत का झटका लगा। कंपनी का शेयर 22.10 रुपए टूटकर 229.85 रुपए पर बंद हुआ। ऊर्जा कंपनी एनटीपीसी के शेयर में 139.20 रुपए पर 7.88 प्रतिशत अर्थात 11.90 रुपए निकले। बैंकिंग वर्ग में आईसीआईसीआई बैंक को 6.79 प्रतिशत का नुकसान हुआ।
बैंक का शेयर 26.30 रुपए गिरकर 360.75 रुपए रह गया। एसबीआई में 1108.30 रुपए पर 5.12 प्रतिशत अर्थात 59.80 रुपए निकल गए। आईटी वर्ग की अग्रणी टीसीएस के शेयर को 482.60 रुपए पर 6.96 प्रतिशत अर्थात 36.10 रुपए का घाटा उठाना पड़ा।
एसीसी, मारुति सुजूकी, भारती एयरटेल, जयप्रकाश एसोसिएट्स, महिन्द्रा एंड महिन्द्रा, टाटा पॉवर, एचडीएफसी, ओएनजीसी, रिलायंस कम्युनिकेशंस, ग्रासिम इंडस्ट्रीज, इन्फोसिस टेक्नोलॉजी, स्टरलाइट इंडस्ट्रीज, सत्यम कंप्यूटर, एलएंडटी और हिंडाल्को सेंसेक्स के नुकसान वाली पहली बीस कंपनियों के शेयर थे और इनमें तीन से लेकर सात प्रतिशत का घाटा हुआ।